किताबें पढ़ने के फायदे

हर किसी को किताब पढ़ना जल्‍दी पसंद नहीं आता। कई बोलते हैं उनको किताब पढ़ने से बोरियत होती है तो किसी का कहना होता है कि उनके पास इतना समय ही नहीं है। पर वहीं दूसरे लोग हैं जिन्‍हें किताब का एक पन्‍ना पढ़े बिना नींद ही नहीं आती। 
किताब पढ़ना एक नशे के समान होता है। किताब पढ़ने हमारे शरीर को कई ढ़ेर सारे लाभ मिलते हैं। उसमें से एक है अच्‍छी नींद का आना। रात को अगर अच्‍छी किताब पढ़ कर सोया जाए तो दूसरा दिन काफी ऊर्जा भरा होता है। हर इंसान को हर दिन आधे घंटे के लिये जरुर किताब पढ़नी चाहिये। किताब पढ़ने से तनाव और अकेलापन भी दूर होता है। बता दें कि ज्यादातर लोग किताबों को शौक या किसी मकसद के लिए बढ़ते है लेकिन क्या आपको पता है कि पुस्तकें पढ़ने से सेहत संबंधी कई फायदे होते है। अगर आप नहीं पढ़ते तो अब इस शौक को अपनी आदत बना लें । जल्द ही आपको किताबेे पढ़ने से होने वाले फायदों के बारे में पता लग जाएंगा। 
प्रतिदिन किताबें पढ़ने से निम्नलिखित फायदे होते हैं।

●दिमाग का अभ्यास
किताबें पढ़ने से दिमाग का अभ्यास होता है और जाहिर सी बात है जब दिमाग का अभ्यास होगा तो दिमाग स्वस्थ भी रहेगा।

●तनाव कम होता है
तनाव को दूर करने के लिए पढ़ना एक असरदार तरीका है, क्योंकि जब आप एक अच्छी स्टोरी को पढ़ने पर ध्यान लगाते है तो दिमाग कहीं और चला जाता है, जिससे तनाव कम होता है।

●बेहतर नींद में मदद
जब आप किताब पढ़ते है तो इससे आप रिलैक्स फील करते और इससे नींद भी अच्छी आती हैं। वास्तव में इलेक्ट्रॉनिक्स की कृत्रिम लाइट आपके दिमाग को संकेत देती है कि अभी जागने का समय है।

●याददाश्त मजबूत
जब आप कोई क्टोरी पढ़ते है तो आपका दिमाग कहानी के सभी कैरक्टर, सारी घटनाओं और कहानी के प्लॉट को याद रखता है। इससे दिमाग का अभ्यास होता और याददाश्त मजबूत होती है।

●शांत और संयमित
जब आप पढ़ते है तो रिलैक्स फील करने के अलावा आपके अंदर एक तरह की शांति और सुकून का भाव पैदा होता है। एक शोध से बात सामने आई है कि आध्यात्मिक या धार्मिक पुस्तक पढ़ने से ब्लड प्रेशर कम होता है जिससे मन शांत रहता हैं।

●एकाग्रता बढ़ती है
जब आप पढ़ रहे होते हैं तो आपका ध्यान एक ही तरफ केंद्रित होता है, जिससे एकाग्रता बढ़ती है।

●प्रेरणा का स्रोत
एक स्टडी में यह बात सामने आई कि 60 फीसदी लोगों का मानना है कि पढ़ने से उनके जीवन में कुछ बेहतर करने की भावना उत्पन्न होती है, जिससे उनके अंदर बहुत बड़ा बदलाव आता हैं।

●शब्द भंडार बढ़ता है
पढ़ने से ज्ञान के साथ-साथ शब्द भंडार भी बढ़ता है। पढ़ने के दौरान आपके सामने कई शब्द आते हैं जो आपके दिमाग में स्टोर हो जाते हैं और खुद से आपकी स्पीच का हिस्सा बन जाते हैं जो पेशे से आपके लिए फायदेमंद साबित होते हैं।

●विश्लेषण क्षमता
जब आप किताब पढ़ते हैं तो आपके अंदर अंत में क्या होगा जानने की इच्छा महसूस होती है, जिससे आपकी क्रिटिकल थिंकिंग और ऐनालिटिकल स्किल्स बढ़ता है। 

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