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Showing posts from 2020

ध्रूमपान के नुकसान

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अगर हम धूम्रपान या सिगरेट पीने की बात करते हैं, तो हम सभी जानते है कि धूम्रपान हमारी सेहत के लिए कितना ही खतरनाक होता है, इससे हमारे फेफड़ों में कैंसर और ह्रदय की बीमारी होती है। हम जानते हैं कि धूम्रपान या सिगरेट पीने से हमें ऐसे रोग लगते हैं जिसका इलाज करना मुश्किल हो जाता है, लेकिन फिर भी हम अपने आप को धूम्रपान से दूर नहीं कर सकते। सिगरेट पीने के नुकसान जानते हुए भी इसको छोड़ने की जहमत बहुत कम लोग उठाते हैं, लेकिन अगर आप भी है सिगरेट या धूम्रपान के शौकीन तो तुरंत इसको करें ना। धूम्रपान करने से लाखों लोग कैंसर के शिकार हो रहे हैं, लेकिन जब हमें धूम्रपान या किसी प्रकार के नशे की लत लग जाती है, तो उसे हम आसानी से नहीं छोड़ सकते। यह तभी संभव हो सकता है जब हम अपना मन बना लेते हैं अन्यथा हम इससे छुटकारा नहीं पा सकते। धूम्रपान करने से हमारे शरीर को बहुत सी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। इससे हमें कौन से नुकसान होते हैं आज हम आपको इस बारे में बतायेंगे। 1# कैंसर का रोग धूम्रपान करने या सिगरेट पीने से इसका सीधा असर हमारे फेफड़ों पर पड़ता है, जिसके कारण हमें फेफड़ों में कैंसर जैसी खतर...

सिलाव का खाजा

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खाजा एक प्रकार का पकवान है जो मुख्यतः मैदा, चीनी, घी या रिफाइंड तेल से बनाया जाता है। यह बिहार, उड़ीसा तथा पश्चिम बंगाल में बहुत लोकप्रिय है। ये सभी क्षेत्र एक समय मौर्य साम्राज्य के अंग थे। कहा जाता है कि दो हजार वर्ष पूर्व भी इन क्षेत्रों के उपजाऊ इलाकों में खाजा बनाया जाता था। बिहार के सिलाव तथा राजगीर दो ऐसे स्थान है, जहां का खाजा अन्य के मुकाबले बेहतर समझा जाता है। बिहार तथा पड़ोसी राज्यों से होते हुए खाजा अब अन्य राज्यों में भी लोकप्रिय हो गया है। सिलाव में बनने वाला खाजा अपने स्वाद व खस्तापन के कारण काफी प्रसिद्ध हैं। सिलाव का खाजा बेहद प्रसिद्ध है इसलिए इस मिठाई को सिलाव खाजा के नाम से जाना जाता है. यहां का खाजा बेहद खास होता है जिसे 52 परतों में बनाया जाता हैऔर यह मिठाई दिखने में पैटीज़ जैसी होती है लेकिन स्वाद में मीठी होती है। यह सिलाव खाजा विभिन्न राष्ट्रीय एवं अंतरराष्ट्रीय पर्यटन कार्यक्रमों में अपनी पहचान बनाने में कामयाब रहा है। अब सिलाव के खाजे की बिक्री ऑनलाइन हो रही है, जिससे देश और विदेश के लोग भी घर बैठे सिलाव के खाजा का लुत्फ उठा रहे हैं...

लिट्टी-चोखा

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लिट्टी-चोखा।। यह बिहार का व्यंजन है और बिहारी पहचान वाले इस व्यंजन को लोग बड़े चाव से खाते हैं. यहां के लोगों ने इसे दूसरे राज्यों व देशों में भी फैलाया है। आज लिट्टी चोखा के स्टॉल हर शहर में दिख जाते हैं. लिट्टी चोखा खाने में स्वादिष्ट तो होता ही है, ये सेहत के लिए भी काफी फायेदमंद होता है। गेहूं के आटे में चना सत्तू ,अदरक, लहसुन, अजवाइन, काला जीरा, नींबू, आदि को भरकर इसे आग पर पकाया जाता है. फिर देसी घी में डुबोकर इसे खाया जाता है. जिन्हें कैलोरी की फिक्र है, वो बिना घी में डुबोये लिट्टी का स्वाद ले सकते हैं. तला-भुना नहीं होने की वजह से ये सेहत के लिए अच्छा है. इसे ज्यादातर बैंगन,आलू , टमाटर के चोखे ,चटनी के साथ खाया जाता है. बैंगन को आग में पकाकर उसमें टमाटर, मिर्च और मसाले को डालकर चोखा तैयार किया जाता है। इसका इतिहास मगध काल से जुड़ा है. कहा जाता है कि मगध साम्राज्य के दौरान लिट्टी चोखा प्रचलन में आया. बाद में ये मगध साम्राज्य से देश के दूसरे हिस्सों में भी फैला. मगध बहुत बड़ा साम्राज्य था. इसकी राजधानी पाटलीपुत्र हुआ करती थी, जिसे आज बिहार की राजधानी पटना ...

दिमाग का खुराक

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अपने दिमाग़ को ख़़ुरुराक दीजिए (Feed Your Mind) जिस तरह हमारे शरीर को हर रोज़ अच्छे खाने की ज़रूरत होती है, उसी तरह हमारे मस्तिष्क को भी हर रोज़ अच्छे विचारों की ज़रूरत होती है। इस वाक्य में सबसे अहम शब्द, “अच्छा खाना, और अच्छे विचार” हैं। अगर हम अपने शरीर को रोज़ सड़े - गले खाने आरै अपने दिमाग़ को बुरे विचारों की ख़ुराक दें, तो हमारा शरीर और दिमाग़ बीमार पड़ जाएँगे। सही पटरी पर बने रहने के लिए हमें अपने दिमाग को अच्छी खुराक देने की जरूरत है।

सच्चे और कच्चे दोस्त की पहचान।

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दोस्ती इस दुनिया के सबसे खूबसूरत रिश्तों में से एक है। देखते है। दोस्तों को पहचानने का तरीका: सच्चे दोस्त की पहचान -अच्छा दोस्त सिर्फ मीठी-मीठी बातें नहीं कर सकता। अच्छे दोस्त का फर्ज है कभी-कभी कड़वा सच बोल कर अपनों को सावधान करता रहे। -एक सच्चा दोस्त वह होता है, जो आपकी तमाम कमज़ोरियां जानने के बावजूद कभी भी गुस्से में आकर उसे जताकर आपको शर्मिंदा न करे। -सच्चा दोस्त तब भी आपका दर्द समझ जाता है, जब आप दुनिया को यह दिखाने की कोशिश कर रहे होते हैं कि सबकुछ ठीकठाक है। -सच्चा दोस्त गलती करने पर फौरन सलाह देता है और आपके पीछे हमेशा आपका बचाव करता है। -सच्चे दोस्त की पहचान संकट के वक्त के साथ दोस्त के अच्छे वक्त में भी होती है। जो अपने दोस्त की सफलता को एंजॉय कर सके, वही सच्चा दोस्त है। कई बार संकट में दो लोग अच्छे दोस्त नजर आते हैं लेकिन एक की सफलता दूसरे को उससे दूर कर देती है। -जरूरी नहीं किअच्छे दोस्त की चॉइस और सोचने का तरीका आपसे मिलता जुलता हो। इतना सबके बाद वह आपको अच्छी तरह से समझता है। दोनों दोस्त जानते हैं कि वो एक-दूसरे को बदल नहीं सकते और न ही ऐसा करने की कोशिश करते...

जिंदगी जिंदाबाद

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ज़िन्दगी से प्यार करना ज़िन्दगी को जीना ही है। ज़िन्दगी से रुठना ज़िन्दगी को दुख पहुंचाना है। यह एहसास कि हम यहां जितना खुशियां बांट सकें हमें ज़िन्दगी को जीने की असली वजह देगा। क्यों न हम जिंदगी को जीना शुरू करें ताकि हमारी बोझिल लगने वाली सोच में बदलाव आ सके और एक नया हौंसला मिल सके जीने का। खामोशी से विचार कर खुद से मिला जा सकता है, खुद को जाना जा सकता है। जो की एक सुखद एहसास है। भावनाओं को खुद से लिपट जाने दो और एहसास कराओ खुद को कि ज़िन्दगी वाकई बेहद खूबसूरत है...

पर उपदेश कुशल बहुतेरे

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पर उपदेश कुशल बहुतेरे । महान रचनाकार ही ऐसी कृतियों का सृजन करते हैं जो कालजयी होने के साथ-साथ उनकी मौलिक प्रतिभा का निदर्शन कराते हैं। ऐसी रचनाओं में वे ऐसे मूल्यों को प्रकट करते हैं जो शाश्वत होने के साथ-साथ मानव के लिए पथ-प्रदर्शक का कार्य करता है। महाकवि तुलसीदास एक ऐसे ही रचनाकार हैं। उनके द्वारा रचित रामचरितमानस में ऐसी अनेक सूक्तियां भरी पड़ी हैं, जो मानव जीवन को प्रेरणा देने वाली और उचित दिशा दिखाने वाली हैं। इसी प्रकार की एक सूक्ति है:- “पर उपदेश कुशल बहुतेरे।” प्रस्तुत सूक्ति का प्रयोग तुलसीदास ने मेघनाद वध के बाद किया था। मेघनाद के वध का समाचार सुनकर रावण मूर्छित हो जाता है परंतु जब मंदोदरी आदि सभी स्त्रियां विलाप करने लगती हैं तो रावण उन सबको ज्ञान का उपदेश देकर सांत्वना देने की कोशिश करता है। रावण उन्हें जगत की नश्वरता का उपदेश देकर समझाने का प्रयत्न करता है। इसी पर तुलसीदास ने इस उक्ति का कथन किया है तिन्हहिं ग्यान उपदेसा रावन, आपुन मंद कथा सुभ पावन। पर उपदेश कुशल बहुतेरे, जे अचरहिं ते नर न घनेरे।। अभिप्राय यह है कि दूसरों को उपदेश देने में तो लोग बहुत कुशल हो...

करोना का इलाज

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क्या आपको पता है ? कोरोना की दवाई आपके शरीर में ही है। कोरोना वायरस की कोई दवा अभी नही बनी है। जो भी कोरोना से स्वस्थ हुए हैं वो सिर्फ अपनी *इम्युनिटी (शरीर की स्वयं रोगों से लड़ने की ताकत/रोग प्रतिरोधक शक्ति)* से ही ठीक हुए है। बहुत लोगों की ऐसी धारणा है कि ये बीमारी एक बार तो सबको ही होनी है। जिसकी इम्युनिटी अच्छी होगी वो बच जाएगा और जिसकी अच्छी नही होगी वो नही बचेगा। मतलब ये हुआ कि हमारे शरीर की इम्युनिटी ही कोरोना की दवाई है। तो हमे सारा ध्यान अपनी इम्युनिटी बढ़ाने पर देना चाहिए। यदि आप इस महामारी को मात देना चाहते हों, तो हमें यह सीखने की बहुत आवश्यकता है कि किन चीजों से इम्युनिटी बढ़ती है और किन चीजों से इम्युनिटी घटती है। *पहले इम्युनिटी बढ़ाने वाली चीजों पर ध्यान देते हैं:-* 1. योग, आसन 2. व्यायाम या कोई खेल 3. घर का बना शुद्ध भोजन 4. आंवला (किसी भी रूप मे खाएं- आंवले का विटामिन "सी" कभी नष्ट नहीं होता चाहे भूनें, उबालें, पीसें, सुखाएं या पाउडर बनाएं) 5. फल ( खासकर खट्टे फल खाएं- परंतु रात में खट्टे फल नहीं खाना चाहिए) 6. हरी सब्जियां 7. दालें 8. गुड़ 9. शुद्ध तेल कोई भी (...

Lockdown- 3

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लॉकडाउन 3.0 (Latest Information) नवीनतम जानकारी  लॉकडाउन को 3 मई से 17 मई तक बढ़ाया गया देश के हर जिले की रिस्क प्रोफाइलिंग देश को तीन जोन में बांटा गया 130 रेड, 284 ऑरेंज, 319 जिले ग्रीन जोन देशभर के ग्रीन जोन में कुछ रियायते मिलेंगी पहले ग्रीन जोन के लिए 28 दिन की शर्त थी अब ग्रीन जोन वो जहां 21 दिन से कोई केस नहीं विस्तार कोरोना वायरस की मार झेल रहे भारत में 17 मई तक के लिए लॉकडाउन बढ़ा दिया गया है। पहले यह 3 मई को खत्म हो रहा था। अब 1 मई यानी शुक्रवार शाम को गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन के तीसरे संस्करण (4 मई से 17 मई तक) की घोषणा की। इस दौरान जारी रहने वाली गतिविधियों के लिए गृह मंत्रालय ने एडवाइजरी भी जारी की है। देश को तीन जोन में बांटकर कोरोना वायरस के खिलाफ जंग होगी। देश में फिलहाल 130 जिले रेड जोन, 284 ऑरेंज, 319 ग्रीन जोन में आते हैं। सरकार हर जिले की हफ्ते दर हफ्ते रिस्क प्रोफाइलिंग करेगी। स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से राज्य सरकारों और केंद्र शासित प्रदेशों को रेड, ऑरेंज और ग्रीन जोन के बारे में समय-समय पर जानकारी दी जाएगी। राज्यों को अपने जिलों को...

कोरोना से बचाव हेतु कपड़े कैसे रखें साफ

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आप जानते हैं की वर्तमान में विश्व कोरोना वायरस महामारी से जंग लड़ रहा हैं। और अपने देश में लॉकडाउन जारी हैं।  कोरोना वायरस से बचने के लिए बेशक आप लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं लेकिन खाने-पीने का सामान लेने के लिए बाहर तो जा ही रहे होंगे। जाहिर है घर से बाहर निकलर आप कुछ चीजों को छूते ही होंगे और फिर उन हाथों से अपने कपड़ों को भी छूते होंगे। घर में आकर आपने हाथों को तो साबुन से से धो लिया लेकिन कोरोना के डर के चलते कई लोगों में दिमाग में यह सवाल रहता है कि कहीं मार्केट आदि जगहों से आने के बाद क्या तुरंत कपड़े बदलने चाहिए या नहीं? जानकारी के अनुसार सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (सीडीसी) के अनुसार, कोरोनो वायरस आमतौर पर श्वसन की बूंदों (संक्रमित व्यक्ति की छींकने या खांसने) से फैलता है। यह बूंदें वस्तुओं और सामग्रियों के माध्यम से भी प्रेषित हो सकती हैं। ऐसे कई अध्ययन सामने आये हैं जिनमें दावा किया गया है कि कोरोना वायरस सतहों पर घंटों तक बना रह सकता है, जिसमें कपड़े भी शामिल हैं। सूत्रों के अनुसार न्यूयॉर्क मेडिकल कॉलेज में स्कूल ऑफ हेल्थ साइंसेज एंड प्रैक्टिस के डीन और सीडीसी के ...

कोरोना से बचाव हेतु AC पंखे से संबंधी गाइडलाइंस

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तापमान बढ़ने के साथ ही लोगों के मन में एसी को लेकर सवाल भी बढ़ने लगे हैं. क्या गर्मी में एसी का इस्तेमाल करना चाहिए? क्या इससे हमारे संक्रमित होने का खतरा बढ़ जाएगा? कोरोना वायरस महामारी के दौरान एसी का इस्तेमाल सुरक्षित है या नहीं, इसे लेकर वैज्ञानिकों की बहस जारी है. सेंट्रल पब्लिक वर्क्स डिपार्टमेंट (CPWD) ने गाइडलाइंस जारी की हैं, जिसे महामारी के दौरान पालन किया जाना है. एयर कंडीशनर, कूलर और पंखे के उपयोग के बारे में केंद्र सरकार की गाइडलाइंस, जो आपको पता होनी चाहिए. CPWD की जारी गाइडलाइंस के मुताबिक, घर पर एसी का तापमान 24 से 30 डिग्री सेंटीग्रेड के बीच होना चाहिए. गाइडलाइंस में ये भी कहा गया है कि 40 और 70 प्रतिशत के बीच ह्यूमिडिटी बनाए रखना चाहिए. इसका मतलब ये है कि ह्यूमिड क्लाइमेट वाले लोगों को तापमान को 24 डिग्री सेंटीग्रेड के करीब सेट करना चाहिए और ड्राई क्लाइमेट में जो हैं, उन्हें तापमान 30 डिग्री सेंटीग्रेड या उसके करीब रखना करना चाहिए. ड्राई क्लाइमेट में रहने वाले लोग एयर सर्कुलेशन के लिए एसी इस्तेमाल करते समय पंखा भी चला सकते हैं.  रिपोर्ट कहती है: “जब हम शुष्क हवा म...

Benefits of Books Reading

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Books Reading is important because it develops our thoughts, gives us endless knowledge and lessons to read while keeping our minds active. Reading books can help us learn, understand and makes us smarter. Not to mention the knowledge, vocabulary expansion and thinking skills we develop, so read a good book today. Benefits of Books Reading : 1.Gives new way to life, 2.Gives Different perspective to life. ... 3.Reading makes you smarter. ... 4.Reading Increase creativity and Imagination. ... Improves memory. ... 5.To learn from masters. ... 6.Improves Vocabulary and English. ... 7.Increase Desire towards achieving goals. ... 8.Lower Stress level. 9.Increase Desire towards achieving goals 10.Encourage positive thinking 11.Stimulate Your Mind  12.Make you smarter by developing your skills and personality

Importance of Pharmacist

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Pharmacist is the Backbone of Health Care System, But unfortunately Pharmacist importance still not recognised my Society Media and Governments. Pharmacists play a key role in helping patients feel better and get well as quickly as possible. Patients do best when pharmacists are part of their healthcare teams because pharmacists are the medication specialists. Pharmacists improve medication adherence. They are culturally competent healthcare providers who communicate effectively to evaluate many factors that affect a patient’s ability to take a medication. These include diet, lifestyle, transportation, language barriers and much more. The majority of pharmacists (45 percent) work in an independent or retail chain community pharmacy and provide counseling to patients on the use of prescription and over-the-counter (OTC) medications. Pharmacists work in numerous other healthcare environments as well, including hospitals, nursing homes, managed care organizations, the pharmaceutical indus...

कोरोना से फल सब्जियों की सफाई

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वैसे तो दुनियाभर के एक्सपर्ट्स इस बात का दावा कर रहे हैं कि दैनिक जरूरतों की चीजों से कोरोना वायरस का खतरा नहीं है। हमें इन चीजों का इस्तेमाल बिना किसी डर के करना चाहिए। लेकिन एक संभावना ये भी हो सकती है कि आपको फल, दूध या सब्जी देने वाला व्यक्ति कोरोना से संक्रमित हो तो उसके द्वारा दिए गए सामान के माध्यम से कोरोना का वायरस आपके घर तक आ सकता है। ऐसे में आज हम आपको फल-सब्जियों की सफाई समते कुछ किचन टिप्स के बारे में बताएंगे... केमिकल्स के प्रयोग से बचें कई लोग वायरस की शंका दूर करने के लिए क्लोरीन, डिसइंफेक्टेंट, एल्कोहल जैसे केमिकल्स का प्रयोग कर सब्जियों को धो देते हैं। इसके अलावा कुछ लोग साबुन या डिटर्जेंट वाले पानी से सब्जियों को धोते हैं। ऐसा करने से बचना चाहिए। ये चीजें आपके स्वास्थ के लिए घातक हो सकती हैं और गंभीर बीमारी का रूप ले सकती हैं। आप बजार से फल सब्जी लाने के बाद नल के पानी से अच्छी तरह  10-15 मिनट धो लें।फिर घर में रखें । और हां  ...... इनको इस्तेमाल के पहले भी  अच्छे से साफ जरूर करें।

Tips for Healthy Life

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Healthy Lifestyle Tips  1.Eat a variety of foods 2.Take Balance Foods and according to your calorie needs  3.Replace saturated with unsaturated fat 4.Enjoy plenty of fruits and vegetables 5.Reduce salt and sugar intake 6.Eat regularly, control the portion size 7.Drink plenty of fluids 8.Maintain a healthy body weight 9.Excersie regularly  10.Start now! And keep changing gradually. Stay Safe Stay Healthy 

सौहार्द का पर्व होली

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होली एक ऐसा रंगबिरंगा त्योहार है, जिस हर धर्म के लोग पूरे उत्साह और मस्ती के साथ मनाते हैं। प्यार भरे रंगों से सजा यह पर्व हर धर्म, संप्रदाय, जाति के बंधन खोलकर भाई-चारे का संदेश देता है। इस दिन सारे लोग अपने पुराने गिले-शिकवे भूल कर गले लगते हैं और एक दूजे को गुलाल लगाते हैं। बच्चे और युवा रंगों से खेलते हैं। फाल्गुन मास की पूर्णिमा को यह त्योहार मनाया जाता है। होली के साथ अनेक कथाएं जुड़ीं हैं। होली मनाने के एक रात पहले होली को जलाया जाता है। इसके पीछे एक लोकप्रिय पौराणिक कथा है। भक्त प्रह्लाद के पिता हरिण्यकश्यप स्वयं को भगवान मानते थे। वह विष्णु के विरोधी थे जबकि प्रह्लाद विष्णु भक्त थे। उन्होंने प्रह्लाद को विष्णु भक्ति करने से रोका जब वह नहीं माने तो उन्होंने प्रह्लाद को मारने का प्रयास किया। प्रह्लाद के पिता ने आखर अपनी बहन होलिका से मदद मांगी। होलिका को आग में न जलने का वरदान प्राप्त था। होलिका अपने भाई की सहायता करने के लिए तैयार हो गई। होलिका प्रह्लाद को लेकर चिता में जा बैठी परन्तु विष्णु की कृपा से प्रह्लाद सुरक्षित रहे और होलिका जल कर भस्म हो गई। यह कथा इ...